चलिए यहां पढ़ते हैं जय जय तुलसी माता । यह तुलसी आरती जो कि तुलसी की पूजा के बाद स्मरण की जाती है। आरती के Lyrics के बाद PDF और Video भी है जरूर देखे।
शांत मन से श्री तुलसी आरती का पाठ करने, माता के चरणों में समर्पित होने से धन, यश में वृद्धि होती है और सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इस जानकारी को अधिक से अधिक शेयर करके अच्छे अभ्यास का हिस्सा बनें और दूसरों को इससे लाभ उठाने का मौका दें।
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Tulsi aarti lyrics | Tulsi Mata ki Aarti
जय जय तुलसी माता
सब जग की सुख दाता, वर दाता
।। जय जय तुलसी माता ।।
सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर
रुज से रक्षा करके भव त्राता
।। जय जय तुलसी माता ।।
बटु पुत्री हे श्यामा, सुर बल्ली हे ग्राम्या
विष्णु प्रिये जो तुमको सेवे, सो नर तर जाता
।। जय जय तुलसी माता ।।
हरि के शीश विराजत, त्रिभुवन से हो वन्दित
पतित जनो की तारिणी विख्याता
।। जय जय तुलसी माता ।।
लेकर जन्म विजन में, आई दिव्य भवन में
मानवलोक तुम्ही से सुख संपति पाता
।। जय जय तुलसी माता ।।
हरि को तुम अति प्यारी, श्यामवरण तुम्हारी
प्रेम अजब हैं उनका तुमसे कैसा नाता
।। जय जय तुलसी माता ।।
Tulsi Aarti Pdf
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Tulsi ji ki aarti video
Tulsi mata ki aarti image
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FAQ Related Tulsi Mata
तुलसी के पौधे में दीपक कब जलाना चाहिए?
सुबह तुलसी के पौधे में जल डालने से उसका परिक्रमा आवश्यक है। शाम के समय घी का दीपक जलाना सबसे अच्छा होता है।
तुलसी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?
तुलसी मां पर जल चढ़ाते समय ‘ॐ-ॐ‘ मंत्र का 11 या 21 बार जाप किया जाना चाहिए.
प्रतिदिन तुलसी पूजा कैसे करें?
तुलसी पूजन के लिए जल कलश, जौ का पौधा, जौ का पौधा, घी का दीपक, सिंदूर, फूल, नैवेद्य आदि रखें। सब कुछ एक साथ रखें और तुलसी माता का ध्यान करते हुए इस पौधे को सींचें। तुलसी का जल देने के भी तरीके होते हैं। इसके लिए आपको तुलसी की जड़ का पानी ही देना होगा।
तुलसी माता को कैसे खुश करें?
तुलसी माता को प्रसन्न करने के लिए आपको हर दिन उन्हें जल देना है। तुलसी का दीपक जलाना चाहिए और श्रद्धा और सम्मान के साथ पूजा करनी चाहिए।