विश्वकर्मा आरती : जय श्री विश्वकर्मा प्रभु, | vishwakarma ji ki aarti Lyrics in Hindi with Image and Pdf

हिंदू शास्त्रों में, भगवान विश्वकर्मा को ब्रह्मांड के निर्माता के रूप में पूजा जाता है। कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने देवताओं की रक्षा के लिए अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण किया था। चलिए यहां पढ़ते हैं जय श्री विश्वकर्मा प्रभु, जय श्री विश्वकर्मा । यह विश्वकर्मा आरती जो कि श्री विश्वकर्मा की पूजा के बाद स्मरण की जाती है। आरती के Lyrics के बाद PDF और Video भी है जरूर देखे।



Vishwakarma Ji Ki Aarti Lyrics

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।
सकल सृष्टि के करता,
रक्षक स्तुति धर्मा ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।

आदि सृष्टि मे विधि को,
श्रुति उपदेश दिया ।
जीव मात्र का जग में,
ज्ञान विकास किया ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।

ऋषि अंगीरा तप से,
शांति नहीं पाई ।
ध्यान किया जब प्रभु का,
सकल सिद्धि आई ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।

रोग ग्रस्त राजा ने,
जब आश्रय लीना ।
संकट मोचन बनकर,
दूर दुःखा कीना ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।

viswakarma ji

जब रथकार दंपति,
तुम्हारी टेर करी ।
सुनकर दीन प्रार्थना,
विपत सगरी हरी ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।

एकानन चतुरानन,
पंचानन राजे।
त्रिभुज चतुर्भुज दशभुज,
सकल रूप साजे ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।

ध्यान धरे तब पद का,
सकल सिद्धि आवे ।
मन द्विविधा मिट जावे,
अटल शक्ति पावे ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।

श्री विश्वकर्मा की आरती,
जो कोई गावे ।
भजत गजानांद स्वामी,
सुख संपति पावे ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,
जय श्री विश्वकर्मा ।
सकल सृष्टि के करता,
रक्षक स्तुति धर्मा ॥


Vishwakarma Ji Ki Aarti PDF

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु, जय श्री विश्वकर्मा । यह विश्वकर्मा आरती Lyrics हिंदी में PDF के लिए निचे क्लिक करे 👇👇👇


Vishwakarma Ji Ki Aarti Video 


Vishwakarma Ji Ki Aarti Image

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विश्वकर्मा जी का मंत्र क्या है?

ॐ आधार शक्तपे नम:, ओम कूमयि नम:, ओम अनन्तम नम:, पृथिव्यै नम:।

विश्वकर्मा जी की पूजा कैसे करते हैं?

स्नान के बाद विश्वकर्मा की मूर्ति की भगवान विष्णु के साथ विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। मौसमी फल, मिठाई, पंचमेवा, पंचामृत का भोग लगाएं। दीप आदि जलाकर दोनों देवताओं की आरती उतारें।

विश्वकर्मा जी की पूजा कौन से दिन होती है?

विश्वकर्मा जयंती साल में दो बार मनाई जाती है. विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर के दिन कन्या संक्रांति के दिन मनाई जाती है, लेकिन वहीं राजस्थान और गुजरात के कुछ इलाकों में भगवान विश्वकर्मा का जन्म 7 फरवरी को मनाया जाता है

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